महिला सशक्तिकरण: रणनीतियां एवं व्यावधान पर काॅन्फ्रेंस शुरू
जयपुर 09 मार्च 2018। अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दी आई आई एस डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के वीमन्स सेल की ओर से महिला सशक्तिकरण: रणनीतियां एवं व्यावधान विषय पर दो दिवसीय नेशनल काॅन्फ्रेंस आयोजित की गई जिसका आगाज़ शुक्रवार को विश्वविद्यालय परिसर में हुआ। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल हाॅस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर योगेंद्र दुर्लभजी।
कार्यक्रम की शुरूआत प्रो रूपा माथुर के उद्बोधन से हुई। तत्पश्चात् इस अवसर पर मौजूद विश्वविद्यालय के चांसलर एस एन भार्गव ने मुख्य अतिथि सहित सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। तत्पश्चात् कार्यक्रम की संयोजक चंदा असानी ने काॅन्फ्रेंस के लक्ष्य व उद्देश्यों से अवगत कराया। उन्होंने सत्यवान-सावित्री की कहानी बयां करते हुए यह बताया कि इतिहास इस बात का गवाह है कि महिलाएं स्वयं को साबित करने एवं जीवित रखने के लिए रणनीतियां बनातीं रहीं हैं वो अलग बात है कि उनके बारे में जानकारी बहुत कम उपलब्ध है। इसलिए इस काॅन्फ्रेंस का उद्देश्य उन रणनीतियों को समझना हैं और उनसे प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ना है। 
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य वक्ता मौजूद योगेंद्र दुर्लभजी ने विश्वभर की महिलाओं जिन्होंने सफलता के नए आयाम हासिल किए हैं का जिक्र करते हुए बताया कि महिलाएं पहले से ही सशक्त हैं। इन्होंने कहा कि लिंग, भौतिक उपस्थिति आदि शक्ति के प्रतिमान नहीं हैं बल्कि आंतरिक गुणवत्ता से शक्ति उत्पन्न होती है। दुर्लभजी ने आगे कहा कि हम सिर्फ महिलाओं के बारे में ही हमेशा क्यों बात करते हैं हम उन सामग्रियों के बारे में क्यों बात नहीं करते जिन्होंने महिला को बनाया है। क्योंकि इन्हीं सामग्रियों पर चर्चा करने से ही महिला की असली स्थिति का अंदाज़ा लगेगा और महिला सशक्तिकरण के लिए सही कदम उठाए जा सकेंगे। कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के अंत में आयोजन सचिव डाॅ रूचि गोस्वामी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।