जयपुर, 22 मार्च। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निर्देश पर बुधवार को अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के शिष्टमंडल की अतिरिक्त मुख्य सचिव डी. बी. गुप्ता से वार्ता हुई । उसमें संघर्ष समिति के लंबित सात सूत्री मांग पत्र पर बिन्दुवार चर्चा की गई । अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक आयुदान सिंह कविया व सह संयोजक गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने वार्ता की जानकारी देते हुए बताया कि सातवें वेतन आयोग के एरियर का 1 जनवरी 2016 से भुगतान करने , अनुसूची 5 में किये गये संशोधनों को निरस्त करने तथा पे मेट्रिक्स केन्द्र के समान करने की मांगों को यूनुस खान सार्वजनिक निर्माण मंत्री राजपाल सिंह शेखावत व डॉ रामप्रताप की गठित मंत्री मंडलीय समिति के समक्ष पूरी सिफारिश के साथ रखा जायेगा, जो शीघ्र ही इस पर निर्णय लेगी । इसी तरह बोर्ड, निगम आदि के कर्मचारीयों को भी राज्य कर्मचारीयों के समान सातवें वेतन आयोग का लाभ देने पर सहमति बनी है ।
सुराज संकल्प पत्र 2013 की कर्मचारी कल्याण की घोषणाओं पर भी मंत्री मंडलीय समिति शीघ्र निर्णय लेगी । उन्होंने आगे बताया कि वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए गठित सावंत समिति कर्मचारी संगठनों को बुला कर वार्ता करे , इस संबंध में शीघ्र निर्देश जारी कर दिये जायेंगे । इसी तरह कर्मचारी संगठनों के लंबित मांग पत्रों की 5 अप्रैल तक सुनवाई करने के लिए भी सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित करने पर अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सहमति प्रदान की है। राज्य में ठेका प्रथा , विभागों का निजीकरण करने एवं पी. पी.पी. मोड़ पर देने के मुद्दों पर मंत्री मंडलीय समिति विचार करेगी । संघर्ष समिति के शिष्टमंडल में आयुदान सिंह कविया ( संयोजक) , गजेन्द्र सिंह राठौड़ (सह संयोजक) ईश्वर चंद शर्मा, तेज सिंह राठौड़, महावीर शर्मा,अभिमन्यु शर्मा, कपिल चौधरी आदि कर्मचारी नेता शामिल थे ।
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