जयपुर, 7 मई। पांच दिवसीय ‘यंग डायरेक्टर्स थिएटर फेस्टिवल‘ के अंतिम दिन आज जवाहर कला केन्द्र (जेकेके) के रंगायन में ‘मूमल-महेन्द्र‘ (एक प्रेम कथा) की अमर लोक कथा का मंचन हुआ। प्रीति दुबे के निर्देशन में आयोजित यह नाटक जेकेके द्वारा तैयार करवाया गया है।
एक लोककथा ‘मूमल-महेन्द्र‘ पर आधारित इस नाटक में महेन्द्र अमरकोट का राजकुमार है। एक दिन शिकार का पीछा करते हुए वह अपने जिजोसा हमीर के साथ जैसलमेर के लोदर्वा पहुंच जाता है। यहां महेन्द्र की मुलाकात मूमल से होती है और दोनों को प्रेम हो जाता है।
नाटक आगे बढ़ता है और महेन्द्र मूमल से वादा करता है कि वह उससे फिर मिलेगा। महेन्द्र प्रत्येक रात के प्रथम प्रहर में अपने ऊंट चिखल पर सवार हो कर मूमल से मिलने लोदर्वा आता है और रात के अंतिम प्रहर में अमरकोट लौट जाता है। नाटक में दिखाया गया कि मूमल महेन्द्र को किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और कैसे उनका प्रेम अमर हो गया।
नाटक में गरिमा शर्मा ने मूमल, रूपेश सिंह चौहान ने महेन्द्र, सौरभ आनंद सोनी ने हमीर का किरदार अदा किया। नाटक में संगीत निर्देशन तपेश आर. पवार द्वारा किया गया। इसी प्रकार दिव्या अरोडा और राकेश शर्मा ने आर्ट वर्क, अदिति दीक्षित ने वस्त्र विन्यास की जिम्मेदारी निभाई। प्रकाश व्यवस्था साहिल आहूजा, स्वपनिल जैन एवं प्रीति दुबे द्वारा किया गया।
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