जयपुर, 29 मार्च 2018। जयपुर की एक प्रबंध स्नातक एवं कवित्रि स्नेहा अलवानी ने अपने आगामी उपन्यास के लिये निखिल चंदवानी फांउडेशन के निखिल चंदवानी के साथ एक सहलेखक के रूप हाथ मिलाया है। इस उपन्यास का नाम है भ्रम का तारा, तारो की रात यह पुस्तक जयपुर और नागपुर के बीच एक यात्रा का अक्षरो एवं कविता के रूप में संकलन है। जयपुर में जन्मी स्नेहा अलवानी ने अपनी लेखन की प्रेरणा के बारे में कहा है कि हम लिखने के लिए एक दूसरे की केवल एक मात्र प्रेरणा हैं हम अपनी सभी भावनाओं को पत्रों और
निखिल चंदवानी निखिल चांदवानी फाउंडेशन नामक एक नींव चलते हैं। जिसमें लेखकों को बचाया जाता है और किताबें प्रकाशित करने में उन्हें मदद मिलती हैं । निखिल एकटेडेक्स स्पीकर यात्रा स्क्रिप्ट और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित लेखक हैं। स्नेहा अलवानी जयपुर से हैं एक प्रबंधन स्नातक एक कवित्रृ और इस पुस्तक के सह-लेखक हैं। वह प्रत्येक दिन खुद को लिखने में व्यस्त रखती है । निखिल चंदवानी और स्नेहा अलवानी दोनों ने अपनी कविताओं और पत्रों को एक यात्रा के रूप में किताब में एक दूसरे के लिए लिखा हैं। इस पुस्तक में जयपुर और राजस्थान के विभिन्न तत्व शामिल हैं।
अपेक्षित पाठक स्नेहा अलवानी और निखिल चंदवानी की किताब युवा (18-35 वर्ष) हैं जो अंग्रेजी साक्षर हैं और मनोरंजन के रूप में प्रकाश पढऩे के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने एक पढऩे वाले श्रोताओं को भी बनाया है जो मध्यम आयु वाले अनुभवी और शब्दों के माध्यम से रात को प्रकाश साझा करना चाहते हैं। विशिष्ट शैली और लय के इस्तेमाल से पुस्तक में भावनाओं और विचारों को तीव्रता दी जाती है सामूहिक रूप से या साहित्य की एक शैली के रूप में कविताएं निखिल चंदवानी और स्नेहा अलवानी वास्तविक जीवन में डेटिंग कर रहे हैं।
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