जैसा खाओं अन्न वैसा हो जाए मन
जयपुर। नेचर क्लब राजस्थान और वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 29 से 30 जनवरी 2018 को एक भव्य फोरेस्ट फूड फेस्टिवल 2018 का आयोजन विश्व वानिकी उद्यान, झालाना डूंगरी, जयपुर के परिसर में किया जा रहा है।
नेचर क्लब आॅफ राजस्थान के सचिव डाॅ रितुराज शर्मा ने बताया कि 29 जनवरी सुबह 9ः00 बजे कार्यक्रम का उद्घाटन होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डाॅ. सुबोध अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव, वन एवं पर्यावरण विभाग, राजस्थान सरकार और अध्यक्ष अनिल कुमार गोयल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हाॅफ) राजस्थान होंगे।
उन्होंने बताया कि लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा के लिए फोरेस्ट फूड फेस्टिवल 2018 का आयोजन किया जा रहा है। जैसा हम अन्न खाते हैं वैसा ही हमारा तन-मन हो जाता है।
इस फोरेस्ट फूड फेस्टिव का मुख्य उद्देश्य लोगों की फूड हैबिट को बदलना है। वर्तमान में इंजेक्षन के फल-सब्जियों और कीटनाशक दवाओं से युक्त अन्न को खाने से हमारा स्वास्थ्य दिनों-दिन खराब होता जा रहा है। हम रोज नई-नई बीमारियों से घिरते जा रहे हैं। मेले का मुख्य उदेश्य हमारी दैनिक भोजन की आदत में सुधार और परिवर्तन लाना हैं। यदि लोग अपने भोजन में शुद्ध और प्रकृति प्रदत्त आहार का उपयोग करना शुरू कर दें तो बीमारियां हम से कोसों दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हम जन-जन को प्रकृति और प्राकृतिक भोजन के करीब ले जाना चाहते हैं ताकि वे दवाओं के चक्कर में आकर अपना स्वास्थ्य, समय और पैसा खराब न करें। इस फूड फेस्टिवल में अश्वगंधा की खीर, पुनर्नवा और पत्थरचट्टा के पकौडे़, ग्वारपाठे के विभिन्न उत्पाद, सहजना की सब्जी, बाजरे की रोटी, ह्दय रोगियों के अर्जुन की छाल का काढा, शक्तिवर्धक औषधीय पेय सहित सैंकड़ों उत्पाद होंगे। इस फेस्टिवल में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थाओं और सरकारी विभागों को भी शामिल किया गया है।
जयपुर। नेचर क्लब राजस्थान और वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 29 से 30 जनवरी 2018 को एक भव्य फोरेस्ट फूड फेस्टिवल 2018 का आयोजन विश्व वानिकी उद्यान, झालाना डूंगरी, जयपुर के परिसर में किया जा रहा है।
नेचर क्लब आॅफ राजस्थान के सचिव डाॅ रितुराज शर्मा ने बताया कि 29 जनवरी सुबह 9ः00 बजे कार्यक्रम का उद्घाटन होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डाॅ. सुबोध अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव, वन एवं पर्यावरण विभाग, राजस्थान सरकार और अध्यक्ष अनिल कुमार गोयल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हाॅफ) राजस्थान होंगे।
उन्होंने बताया कि लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा के लिए फोरेस्ट फूड फेस्टिवल 2018 का आयोजन किया जा रहा है। जैसा हम अन्न खाते हैं वैसा ही हमारा तन-मन हो जाता है।
इस फोरेस्ट फूड फेस्टिव का मुख्य उद्देश्य लोगों की फूड हैबिट को बदलना है। वर्तमान में इंजेक्षन के फल-सब्जियों और कीटनाशक दवाओं से युक्त अन्न को खाने से हमारा स्वास्थ्य दिनों-दिन खराब होता जा रहा है। हम रोज नई-नई बीमारियों से घिरते जा रहे हैं। मेले का मुख्य उदेश्य हमारी दैनिक भोजन की आदत में सुधार और परिवर्तन लाना हैं। यदि लोग अपने भोजन में शुद्ध और प्रकृति प्रदत्त आहार का उपयोग करना शुरू कर दें तो बीमारियां हम से कोसों दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हम जन-जन को प्रकृति और प्राकृतिक भोजन के करीब ले जाना चाहते हैं ताकि वे दवाओं के चक्कर में आकर अपना स्वास्थ्य, समय और पैसा खराब न करें। इस फूड फेस्टिवल में अश्वगंधा की खीर, पुनर्नवा और पत्थरचट्टा के पकौडे़, ग्वारपाठे के विभिन्न उत्पाद, सहजना की सब्जी, बाजरे की रोटी, ह्दय रोगियों के अर्जुन की छाल का काढा, शक्तिवर्धक औषधीय पेय सहित सैंकड़ों उत्पाद होंगे। इस फेस्टिवल में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थाओं और सरकारी विभागों को भी शामिल किया गया है।
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