पद्मिनी उपन्यास की लेखक ने कहा, बीकानेर के पूगल की बेटी थी रानी पद्मिनी
जेएलएफ में रानी पद्मिनी उपन्यास का हुआ विमोचन, पद्मिनी पर हुआ सत्र 
पद्मिनी की लेखिकर मृदुला बिहारी ने कहा,पूगल के लोग आज भी पद्मिनी को पूगल की बेटी मानते हैं
 पद्मिनी को मैंने जीया है, किताब लिखते समय ऐसा लग जैसे पद्मिनी मेरे साथ है
पद्मवत विवाद का असर पद्मिनी के सत्र में दिखा,  रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था 
पद्मिनी की लेखिका मृदुला बिहारी की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई 

जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में पद्मिनी का मुद्दा छाया रहा। पद्मिनी पर लिखे उपन्यास  पर जेएलएफ में हुए सत्र में पद्मावत विवाद का असर साफ दिखा।  पद्मिनी उपन्यास की लेखिका मृदुला बिहारी ने रानी पद्मिनी का जन्म स्थान बीकानेर के पूगल में होने का दावा किया। सत्र के दौरान मृदुला बिहारी ने कहा कि उन्होंने पद्मिनी दिल से लिखा है, उपन्यास लिखते हुए पद्मिनी को जीया है, ऐसा महसूस किया है कि पद्मिनी मेरे आसपास ही है।

मृदुला बिहारी ने कहा कि रानी पद्मिनी के जन्मस्थान को लेकर इतिहासकारों में विवाद है, रानी पद्मिनी  को कर्नल टॉड सहित कई इतिहासकारों ने सिंहल द्वीप की राजकुमारी बताया है, जबकि लोककथाओं और कई अन्य प्रमाणों के मुताबिक पद्मिनी बीकानेर के पूगल में प्रतिहार वंश की राजकुमारी थी। पूगल के लोग आज भी पद्मिनी को अपने यहां की बेटी मानते हैं। लेखिका ने कहा कि मैंने भी अपनी रचना मेेंं पद्मिनी को पूगल की ही बेटी माना है।
पद्मावत विवाद का असर, लेखिका रही कड़ी सुरक्षा में : 
पद्मनी पर हुए सत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, पद्मावत फिल्म पर उठे विवाद का असर इस सत्र में साफ देखा गया। पद्मिनी की लेखिका मृदुला बिहारी की सुरक्षा भी बहुत कड़ी की गई थी। लेखिका की सुरक्षा के लिए पुलिस के अलावा निजी सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए।
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