मसाला चैक ओपनएयर थिएटर में भव्य शुभारंभ प्रतीक कुहाड की शानदार प्रस्तुति से
जयपुर, 25 फरवरी, 2018। कल तक मसालों और सुस्वाद व्यंजनों से महकने वाले रामनिवास बाग स्थित मसाला चैक के मुक्ताकाशी मंच पर आज पहली संगीत संध्या का आयोजन राजस्थान टूरिज्म और जयपुर विकास प्राधिकारण के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया भव्य शुभारंभ।
इस संगीतमयी शाम में प्रमुख शासन सचिव पर्यटन डाॅ. सुबोध अग्रवाल, महापौर अशोक लाहोटी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी, जयपुर  सांसद रामचरण बोहरा, जयपुर विकास आयुक्त वैभव गालरिया सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस संगीत भरी शाम में जयपुर निवासी प्रतीक कुहाड़ ने अपनी सुरमयी आवाज में गीतों की प्रस्तुति दी। इन गीतों में वर्ष 2013 में रिलीज हुए उनके पहले एलबम ‘‘रात राजी‘‘ के कुछ चुनिंदा नग्मे थे वहीं हाल ही में जारी हुए एलबम ‘‘बार-बार देखो‘‘ के मद मस्त तराने भी शामिल थे। प्रतीक जयपुर के लिए नए नहीं हैं फिर भी उन्हें सुनने के लिए मुक्ताकाशी रंगमंच खचाखच भरा था। इस ओपन एयर थिएटर में केवल 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था रखी गई लेकिन दर्शकों की संख्या कहीं अधिक थी। कार्यक्रम के दौरान मसाला चैक की कियोस्क तक आम जनता के लिए प्रवेश खुला रखा गया था। 
गौरतलब है कि जयपुर में पले बढ़े प्रतीक कुहाड ने विभिन्न भाषाओं में गाने गाए हैं इनमें कुछ कवर वर्जन भी शामिल है। जयपुर के प्रतीक अपनी शिक्षा के लिए न्यूयाॅर्क यूनिवर्सिटी से गणित और अर्थ शास्त्र में शिक्षा प्राप्त करने के बाद दिल्ली जा बसे जहां से उनके संगीत के सफर की शुरूआत हुई और वर्ष 2013 की शुरूआत में उनके पहले एलबम ‘‘रात राजी‘‘ ने उन्हें लोकप्रिय गायक बना दिया। इसके बाद तो उनके एलबम और गानों का सिलसिला जारी रहा। उनके लोकप्रिय गानों में खो गये हम कहां रहा। उन्होंने बाॅलीवुड की फिल्म बार-बार देखो में भी अपनी आवाज दी। इस वर्ष उन्होंने अंकुर तिवारी की सहभागिता में ‘‘दिल बेपरवाह‘‘ का संयोजन एमटीवी इण्डिया के ‘द दिवारिस्ट्स‘ के लिए किया। कुहाड को एमटीवी ईएमए का बेस्ट इण्डियन एक्ट अवाॅर्ड वर्ष 2016 में प्राप्त हुआ।