विधानसभा सदन में भूत के बाद आया पागल,अब विधायक ज्ञानदेव बोले—अलवर में है पागल ज्यादा
अलवर अस्पताल में चिकित्सकों की कमी पर सदन में हुई नोकझोक 
जयपुर। अलवर ​में पागल ज्यादा है इसलिए मंत्रीजी वह न्यूरोसर्जन लगाए। शुक्रवार को विधानसभा के प्रश्नकाल में भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने पूरक प्रश्न के जरीए कुछ ऐसा ही अजीब तर्क देते हुए चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ से रिक्त पदों पर न्यूरोसर्जन लगाने की मांग की। प्रश्नकाल में भाजपा विधायक बनवारी लाल सिंघल अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में न्यूरो स्पेशलिस्ट लगाने की मांग की तो मंत्री कालीचरण सराफ ने यह कहते हुए अपनी लाचारी जता दी कि मेडिकल कॉलेजों में ही न्यूरोसर्जन और न्यूरो
फिजीशियन के पद खाली है तो ऐसे में जिला अस्पताल में फिलहाल न्यूरोसर्जन लगाने की स्थिति नहीं है। ऐसे में सदन में मौजूद अलवर जिले से ही आने वाले विधायक ज्ञानदेव आहूजा,शकुंतला रावत ने पूरक प्रश्नों की बौछार कर दी। आहूजा ने तो सदन में यह तक बोल दिया कि अलवर में पागल ज्यादा है तो यहां न्यूरोसर्जन लगाना बेहद जरूरी है। ऐसे में संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए आहूजा के इस बयान को पूरे अलवर जिले का अपमान बताया और आहूजा से पूछ लिया कि आपने क्या पागलों की गणना की है क्या और की है तो बता दो कि पागलों का सरदार कौन है। ऐसे में आहूजा ने राठौड़ को जिनका काम जिसे ही साजे की सीख देते हुए चिकित्सा मंत्री को ही जवाब देने को कहा। इस बीच चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने जवाब में कहा कि पागलों का न्यूरोसर्जन से क्या लेना देना तो सदन में मौजूद विधायक घनश्याम तिवाड़ी और कांग्रेस विधायक गोविन्द डोटासरा ने हस्तक्षेप कर मंत्री की चुटकी ली। डोटासरा ने तो मंत्री सराफ से पूछ लिया कि आप बताओं कि पागलों को कौन उपचार करता है तो झल्लाए चिकित्सा मंत्री ने डोटासरा पर पलटवार करते हुए कहा कि आप में निश्चित तौर पर पागलपन का दौरा पड़ता है।