म्यूजियम आॅफ लेगसीज् में वॉकअराउंड का आयोजन

म्यूजियम आॅफ लेगसीज में किया जा रहा है पेंटिंग्स, आभूषणों, वस्त्रों एवं कलाकृतियों का बेहतरीन प्रदर्शन
जयपुर। जयपुर के किशनपोल बाजार में स्थित म्यूजियम आॅफ लेगसीज में आज राजस्थान सरकार के पुरातत्व और संग्रहालय विभाग द्वारा वाॅकअराउंड का आयोजन किया गया। म्यूजियम की क्यूरेटर, सुश्री अपूर्बा रॉय चौधरी ने इस वाॅकअराउंड का नेतृत्व किया और संग्रहालय में प्रदर्शित कलेक्षंस की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि म्यूजियम आॅफ लेगसीज में पांच गैलेरीज् है। इनमें से प्रत्येक गैलेरी ऐसे व्यक्तियों को दी गई है जो भारत की कला एवं संस्कृति से गहराई से जुडे़ हैं। यहां राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत जिसमें राजस्थानी टेक्सटाइल्स, ज्वैलरी, स्टोनवेयर, इनले वर्क, पेटिंग, पाॅटरी आदि को एक ही स्थान पर प्रदर्षित किया गया है।  यहां भारत की विभिन्न स्थानीय कलाओं को भी प्रदर्शित किया गया है। इस अवसर पर उपस्थित सुधीर कासलीवाल ने म्यूजियम की एक गैलेरी में प्रदर्शित अपने कलेक्शन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने राजस्थान में जवाहरात निर्माण के इतिहास की यात्रा को प्रदर्शित किया है। ज्वैलरी बनाने और जयपुर के बाजारों की प्राचीन तस्वीरों के साथ उनके संग्रह में पारंपरिक राजस्थानी चांदी के गहने और कलाकृतियों का शानदार प्रदर्शन किया गया है।
सुश्री चौधरी ने आगे बताया कि ब्रज भूषण का ‘एवरीडे एब्रायडरीज‘ का संग्रह राजस्थान में उपयोग में लिए जाने वाले कपडों की शानदार झलक दिखाता है। इसी प्रकार मिच क्राइटस के संग्रह में सेमी-प्रेसियस मूल्यवान पत्थरों और मार्बल पर किए गए उनके कार्य तथा उनके और उनकी धर्मपत्नी नीलोउ द्वारा उनके भारत में प्रवास के दौरान संग्रहित पेटिंग्स को प्रदर्शित किया गया है। यहां पूजा सिंघल द्वारा पिछवई पेटिंग्स का संग्रह प्रदर्शित किया गया है जो ना सिर्फ बेहद खूबसरत है, बल्कि उनमें इस शैली की विविधता भी स्पष्ट दिखाई देती है। ओजस आर्ट्स के संग्रह में अत्यंत कुशल भील कलाकारों द्वारा बनाई गई देसी पेटिंग्स प्रदर्शित की गई है। 
इन गैलेरियों के अतिरिक्त यहां दो विशाल कठपुतलियां भी प्रदर्शित की गई है जिन्हें प्रसिद्ध कठपुतली कलाकार विकी भट्ट ने बनाया है। इसके जरिए राजस्थान की लोकप्रिय कठपुतली कला को दिखाया गया है। उम्मीद है कि यह संग्रहालय भारत की बेहतरीन कला को खूबसूरत ढंग से पेश करने का उत्कृष्ट स्थान साबित होगा। 
उल्लेखनीय है कि ‘म्यूजियम आॅफ लेगसीज्‘ का भवन मूल रूप से पंडित शिवदीन का निवास स्थान था जो कि सवाई राजा राम सिंह द्वितीय के कार्यकाल में 1825 से 1830 के दौरान उनके मंत्री रहे थे। इस भवन को 9 दिसम्बर 2017 को म्यूजियम आॅफ लेगसीज के नाम से खोला गया। म्यूजियम आॅफ लेगसीज आरम्भ होने से पूर्व इस भवन में राजस्थान स्कूल आॅफ आर्टस का संचालन किया जाता था। यह एक ऐसा स्थान है जहां स्थानीय लोग एवं पर्यटक एक ही छत के नीचे राजस्थान की आर्ट एवं क्राॅफ्ट की श्रेष्ठ वस्तुओं को देख सकेंगे।