युद्धाभ्यास ‘विजय प्रहार’ दुश्मन को पराजित कर सफलतापूर्वक सम्पन्न



जयपुर/बीकानेर। सप्त शक्ति कमान के युद्धाभ्यास ‘विजय प्रहार’ में 25000 सैनिकों ने अपने पूरे हथियारों एवं साज़ो-सामान के साथ युद्ध के अंतिम चरण में हिस्सा लिया।  यह युद्ध अभ्यास राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में चल रहा है। अंतिम चरण में लेफ्टिनेन्ट जनरल चेरिश मैथसन, जनरल आॅफिसर कमाण्डिंग-इन-चीफ, सप्त शक्ति कमान ने इस अभ्यास का अवलोकन और सैनिकों की सराहना की। 
जनरल आॅफिसर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मैंने इस युद्ध अभ्यास के लिए विभिन्न प्रकार के कठिन मापदण्ड तय किए थे और अपने सैनिकों द्वारा हासिल किए गए नतीजों से पूरी तरह संतुष्ट हूॅं।  उन्होंने आगे कहा युद्धाभ्यास विजय प्रहार का प्रारंभ एक आक्रामक रणनीति के तहत् वायु एवं पृथ्वी में समन्वित युद्ध के तौर पर पूरी खुफिया जानकारी का इस्तेमाल करते हुए हुआ था।  इस अभ्यास में एयर कैवेलरी रणनीति का पूरी तरह से इस्तेमाल किया गया और उसे सफल पाया गया है साथ ही सभी सैनिक परमाणु दूषित वातावरण में किसी भी प्रकार की आक्रामक कार्यवाही करने के लिए अब पूरी तरह से प्रशिक्षित हैं।
रसद पहुॅंचाने की जस्ट इन टाइम तकनीक का इस्तेमाल करते हुए हमारी सेना अब दश्मन के इलाके में गहराई तक जाकर मार कर सकने में सक्षम है।  इस युद्ध अभ्यास में वायुसेना के साथ भी बेहतर किस्म का समन्वय स्थापित हुआ। जनरल चेरिश मैथसन ने भीषण गर्मी एवं आंधी के वातावरण में जवानों द्वारा पूरी वीरता एवं निष्ठा से किए गए इस युद्ध अभ्यास की सराहना की।