पावापुरी मे ध्वजा पर झुमे भक्तगण
तीर्थ साधना के धाम बनने चाहिए: यशोविजयसूरी
सिरोही। योगाचार्य श्री यशोविजयसूरी महाराज ने कहा है कि तीर्थ भक्ति के साथ साथ  साधना के धाम भी बनने चाहिए ताकि नई पीढी साधना के लिए प्रेरित हो सके। साधना मे शांति का विश्ष्ठि स्थान है। साधना तभी सफल होती है जब भक्त उस तीर्थ के परमात्मा की भक्ति मे रम जावें एवं अपने सांसारिक जीवन को उस पल के लिए भुल जावे।
आचार्य श्री मंगलवार को पावापुरी तीर्थ जीव मैत्रीधाम मे 18 वे ध्वजारोहण के बाद आयोजित हितचिंतन प्रवचन मे बोलते हुऐ कहा कि इस तीर्थ मे 17 वर्ष मे 65 लाख से अधिक यात्रियो का आवागमन बहुत ही अनुमोदनीय है।
आचार्य श्री की निश्रा मे सवेरे ध्वजा का भव्य वरघोडा निकला जिसमे भक्तो ने नृत्य करते हुऐ परमात्मा की भक्ति की तथा महिलाए ध्वजा लेकर मंगलगीत गा रही थी। श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ व महावीर स्वामी जिनालय के साथ साथ सभी देहरियो पर ओम पुण्याम पुण्याम-प्रियमताम प्रियमताम के मंत्रो के साथ ढोल ढमाके के बीच दण्ड-कलश की पूजा कर ध्वजारोहण किया गया। तीर्थ सस्थापंक के. पी. संघवी परिवार के प्रमुख किशोर भाई, अरविंद भाई, नीतिन भाई, समीर भाई, अपूर्व भाई, दिलिप भाई व परिवार जन ने महावीर स्वामी जल मंदिर पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर तीर्थ के ट्रस्टियो ने भी ध्वजारोहण का लाभ लिया। ध्वजारोहण के बाद आचार्य श्री ने वेलांगरी के लिए विहार किया। बुधवार को आचार्य श्री का पाडीव मे मंगल प्रवेश व सामैया है।
ट्रस्ट मंडल की हुई वार्षिक सभा
ध्वजारोहण की पूर्व संध्या पर तीर्थधाम ट्रस्ट मंडल की बैठक तीर्थ सस्थांपक प्रमुख किशोर भाई की अध्यक्षता मे हुई जिसका शुभारम्भ शंखेश्वर पाश्र्वनाथ की तस्वीर पर ट्रस्टी पुखराज बाफना, अमृत ए सिंघी व पी जी मरडिया ने मालापर्ण व दीप प्रज्ज्वल कर किया। तीर्थ के मेनेजिग ट्रस्टी महावीर जैन ने तीर्थ की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसकी समीक्षा की गई ओर इस पर सन्तोष व्यक्त किया गया कि 17 वर्षो मे आने वाले यात्रियो की एवं रात्रि विश्राम करने वालो की संख्या लगातार बढती जा रही हैं। ट्रस्ट मंडल ने पावापुरी तीर्थ मे कम बजट मे धार्मिक आराधना करवाने वालो को प्रोत्साहित करने के लिए आवास व्यवस्था मे 50 प्रतिशत की छुट देने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। ट्रस्ट मंडल ने गौशाला मे जीवदया के कार्यो की भी समीक्षा की तथा कहा की ट्रस्ट ने 300 मेगावार का सोलर प्लांट लगाकर व नीचे 3600 टन का घास रखने के गोदाम बनाकर एक तरफ बिजली के मामले मे आत्मनिर्भरता प्राप्त की एवं दूसरी तरफ बिजली खर्च मे बडी बचत हासिल की। ट्रस्ट मंडल ने तीर्थ की आवास भोजन पार्किग की सुन्दर व्यवस्था एवं डिजिटल इंडिया व स्वच्छ भारत योजना को लागू करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आमजन भी इससे खुश है।