भारतीय रेल का पहला सम्पूर्ण रूप से महिला संचालित रेलवे स्टेशन
उत्तर पश्चिम रेलवे की पहल से गाॅधीनगर जयपुर रेलवे स्टेशन ने बनाया रिकॉर्ड बना
जयपुर। महिला सशक्तिकरण की दिशा में ली गई पहल में उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर मंडल के गाॅधीनगर जयपुर स्टेशन को सम्पूर्ण रूप से महिला संचालित स्टेशन बनाया है। राजस्थान की राजधानी जयपुर का यह महत्वपूर्ण स्टेशन जयपुर-दिल्ली रेल मार्ग पर स्थित है। इससे लगभग 50 ट्रैनें रोज गुजरती है, जिनमें से 25 ट्रैनों का यहां ठहराव है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी तरूण जैन के अनुसार महाप्रबन्धक- टी. पी. सिंह ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में पहल करते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे पर एक सम्पूर्ण रूप से महिला संचालित स्टेशन का विचार दिया, जिस पर मण्डल रेल प्रबन्धक सौम्या माथुर एवं अन्य मण्डल अधिकारियों ने अथक प्रयासो से इस विचार को मूर्त रूप प्रदान किया।
जैन ने बताया कि जयपुर शहर के पूर्वी क्षेत्रों जैसे-मालवीय नगर, जगतपुरा, बजाज नगर, टोंक रोड़, जवाहर लाल नेहरू मार्ग इत्यादि से लगभग 7000 यात्री प्रतिदिन गाॅधीनगर स्टेशन से आवाजाही करते है। इस स्टेशन पर स्टेशन मास्टर से लेकर पाॅइन्ट्समैन तक में महिला कर्मचारी को पदस्थ किया गया है। स्टेषन मास्टर के पद पर नीलम जाटव के साथ सरोज धाकड़, गीता देवी एवं एंजेला स्टेला को लगाया गया है। उषा माथुर को मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक तथा मीना शर्मा, सुषीला मीना, संतोष सैनी और नीलम शर्मा को उनका सहायक नियुक्त किया गया है। पांइन्टसमैन में मधु शर्मा, सरोज कंवर, सुगनी देवी तथा गैटमैन में ललिता तंवर, रेखा व संतरा मीना को लगाया गया है। कविता चतुर्वेदी को पूछताछ सह आरक्षण लिपिक में लगाया गया है। टिकिट चैकिंग में विद्या देवी तथा महिमा दत्त, वन्दना शर्मा व अपूर्वा वाष्र्नेय तथा टिकट बुकिंग विभाग में भारती, रेणु भवनानी व मंजू चैहान को पदस्थ किया गया है। रेलवे सुरक्षा बल में कविता (निरीक्षक), अनीता रावत, ललिता लखेरा, सरोज, रीना कुमारी, कविता कुमारी, कंचन तथा मनिद्रा कौर को गाॅधीनगर स्टेशन पर तैनात किया गया है।
गाॅधीनगर स्टेशन के आस-पास अनेक काॅलेज तथा कोचिंग सेन्टर स्थापित होने के कारण विद्यार्थियों तथा महिलाओं की यहां से यात्री संख्या काफी मात्रा में है। महिला कर्मचारियों को पूर्ण आत्मविश्वास से कार्य करने हेतु खास प्रशिक्षण दिया गया है। स्टेशन मास्टर कमरा तथा बुकिंग कार्यालय को सुव्यवस्थित किया गया है। उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर सी.सी.टी.वी. लगाये गये है, जिससे स्टेशन स्थित थाने में रियल टाईम माॅनिटरिंग हो सके। मूलभूत सुविधाओं के लिये स्टाफ शौचालयों का नवीनीकरण किया गया है तथा चेन्जिग रूम का निर्माण जल्द ही पूर्ण किया जायेगा। यहाॅ कार्यरत स्टाफ बिना किसी परेशानी के कार्य कर सके, इसके लिए इन्हें आउट आॅफ टर्न रेलवे क्वार्टर आवंटित किये जायेंगे। गैर सरकारी संगठन आरूषी के साथ संयुक्त तत्वाधान में महिलाओं को बेहतर स्वच्छ संसाधन उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से गाॅधीनगर स्टेशन पर सैनेटरी नैपकीन वेडिंग मशीन भी लगायी गई है।
उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर मण्डल की इस पहल को कर्मचारी संगठनो तथा गाॅधीनगर स्टेशन पर तैनात पूर्व स्टाफ तथा वर्तमान महिला कर्मचारियों के पूर्ण सहयोग से कार्यान्वित किया जा सका है। पूर्व स्टाफ ने प्रशिक्षण देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। समस्त महिला कर्मचारी भी पूर्ण उत्साह से अपने कार्यों में जुट गई है। उनका दावा है कि वे गाॅधीनगर जयपुर को मंडल का सबसे कार्यकुषल स्टेशन बनायेंगी।
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