ब्राह्मण रत्न सम्मान में 41 प्रतिभाएं सम्मानित हुई

ब्राह्मणों को संस्कारों के बल पर आगे बढना चाहिए  
आर्थिक आधार पर ब्राह्मण आरक्षण की मांग पर फिर मुखर हुआ ब्राह्मण
जयपुर 6 मई। ब्राह्मणों को अपने संस्कारों को प्रबल करते हुए समाज को दिशा एवं मार्गदर्शन देना चाहिए। ब्राह्मण समाज ने सदैव परहित में कार्य किया है। ब्राह्मण बच्चों को संस्कारित कर भगवान परशुराम जी की तरह जितेन्द्रिय बनना चाहिए। ये विचार आज भगवान परशुराम जयंती समारोह के समापन के अवसर पर सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा आयोजित ‘‘ ब्राह्मण रत्न ’’ सम्मान समारोह में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष डाॅ. बी.डी. कल्ला ने कहे। इस अवसर पर समारोह के अध्यक्षता करते हुये सर्व ब्राह्मण महासभा के राश्ट्रीय अध्यक्ष पण्डित सुरेश मिश्रा ने कहा कि ब्राह्यण सर्वहित की बात करता है और सर्वजन सुखाय की भावना से समाज को एक राह दिखाता है। लेकिन अब ब्राह्यणों को भी आगे बढने का अवसर मिलना चाहिए और जब ब्राह्यण आगे बढेगा तो देश में सामाजिक समरसता बढेगी और अग्रणी भूमिका निभाने वाला ब्राह्यण आज पिछड रहा है। उसे भी आगे बढने का अवसर मिलना चाहिए। मिश्रा ने 14 प्रतिशत आरक्षण ब्राह्यणों को मिले इसके लिये दबाव बनाने की बात कही तथा सभी ब्राह्यणों में एक स्वर में मिश्रा के साथ संघर्ष का ऐलान किया। 
विशिष्ठ अतिथि सांसद रामचरण बोहरा ने इस अवसर पर कहा कि वे समाज का एक हिस्सा है जहां भी समाज को आवश्यकता होगी वे साथ रहेंगें। साथ ही उन्होने ने कहा कि सर्व ब्राह्मण महासभा और अन्य सामाजिक संगठनों को सामाजिक रूप से संगठित होकर समाज को एकजूट करना चाहिए और लोकतंत्र में अपनी ताकत दिखानी चाहिए। 
उपमहापौर मनोज भारद्वाज ने सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा किए जा रहे कार्यो की भूरी-भूरी प्रशंसा की तथा कहा कि सभी ब्राह्मण संगठनों को रचनात्मक कार्यो की तरफ बढना चाहिए। परशुराम यात्रा के संचालक आचार्य राजेश्वर ने कहा कि ब्राह्यण को अब हर क्षेत्र में आगे बढना चाहिए परशुराम  के विशय में अज्ञानता वश कई विभेद पडे है उन्हे दुर करना चाहिए। इसके लिये एक लाख ग्यारह हजार किलोमीटर की यात्रा कर युवाओं को प्रेरणा देने का प्रयास किया जा रहा है।  इस अवसर पर गोविन्द पारीक डिप्टी डायरेक्टर डीपीआर ने ब्राह्यण और सर्व समाज विषय पर अपने विचार प्रकट किए। सर्व ब्राह्यण महासभा की प्रदेशाध्यक्ष सविता शर्मा, जयपुर संभाग अध्यक्ष बाबूलाल शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्था के पदाधिकारियों बाबूलाल शर्मा, दिनेश शर्मा ने अतिथीयों का माल्यापर्ण कर स्वागत किया। अन्त में जयपुर शहर अध्यक्ष अनिल सारस्वत ने अतिथीयों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

इनका हुआ सम्मान
इस अवसर पर पुरण कुमार झा-भारतीय पुलिस सेवा, प्रोफेसर के.बी. शर्मा-शिक्षा, रविन्द्रनाथ शर्मा- विधिक सेवा, डाॅ. विनय भारद्वाज- वैज्ञानिक सेवा,लोकेश कुमार शर्मा-राज्य प्रशासनिक सेवा, राजेश पारीक- राजकीय सेवा, डाॅ. अनिल दूबे-चिकित्सा,सुनिल कुमार शर्मा-समाज सेवा, विष्णु शर्मा-पत्रकारिता, दीपक कुमार शर्मा-राज्य पुलिस सेवा, पुष्पेश शर्मा-पत्रकारिता, आनन्द पारीक-चार्टेड अकाउटेंट, डाॅ. माताप्रसाद शर्मा-संस्कृत शिक्षा, अनिल शर्मा-राजनीतिक पत्रकारिता, मुकेष शर्मा-समाज सेवा, सुश्री सीमा शर्मा-राज्य प्रशासनिक सेवा, आशीष मेहता-पत्रकारिता, महेश दाधीच-पत्रकारिता, एडवोकेट आलोक शर्मा-विधिक सेवा, शरद पुरोहित- पत्रकारिता, पवन खाण्डल-समाज सेवा, संजय कौशिक-पत्रकारिता, अनुराग त्रिवेदी-पत्रकारिता, ऋषिराज जोशी -पत्रकारिता, हिमांशु शर्मा-राज्य पुलिस सेवा, महेश शर्मा-पत्रकारिता, श्रीमती अंजना शर्मा-शिक्षा, चेतन्य कुमार शर्मा-पत्रकारिता, श्रीमती भारती गौड-साहित्य, श्रीमती राखी शुक्ला-पत्रकारिता, चन्द्रशेखर पारीक-इलैक्ट्रोनिक मीडिया, चींटू पाठक-फोटोग्राफर, डाॅ. नीलकमल पुरोहित-शिक्षा, चेतन गोस्वामी-लेखन, श्रीमती ज्योति गौतम- शिक्षा, डाॅ. राजकुमार शर्मा-ज्योतिष, डाॅ. सौरभ शर्मा-योग सेवा, हरिहर शर्मा-खेल, डाॅ. हेमंत शर्मा-चिकित्सा, दिलीप कुमार शर्मा-शिक्षा, संजय शर्मा-समाज सेवा, आलोक शर्मा-विदेश सेवा को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र व दुपट्टा देकर सम्मानित किया गया।