द्रव्यवती नदी के सौन्दर्यकरण प्रोजेक्ट पर अब कांग्रेस और बीजेपी में राजनीति

जयपुर। द्रव्यवती नदी के सौन्दर्यकरण प्रोजेक्ट पर अब कांग्रेस और बीजेपी में राजनीति शुरू हो गई। प्रोजेक्ट स्थल के आस-पास बसी कॉलोनियों के कनेक्टिंग मार्ग टूटने और नये सिरे से नहीं बनवाने पर कांग्रेस शहर अध्यक्ष प्रताप सिंह ने जो काम बंद करने की चेतावनी दी, उस पर क्षेत्रिय विधायक अरूण चतुर्वेदी ने पलटवार किया है। चतुर्वेदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनका काम अब झूठ के सराहे अपनी राजनीति के लिए जमीन तलाशने का काम रह गया है। 
शुक्रवार को प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए चतुर्वेदी ने बताया कि खाचरियावास जिन मार्गो या पुलिया के टूटने और उन्हे ठीक नहीं करवाने का आरोप लगा रहे, उन्हे ठीक करने की स्वीकृति तो 8 दिन पहले ही जेडीए ने जारी कर दी। जेडीए ने करीब 20 करोड़ रुपए की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति 23 मार्च को जारी की है, जिससे द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट पर 10 स्थानों पर कल्वर्ट पुलिया या मार्ग बनाए जाएंगे। उन्होने बताया कि इनमें से 9 पुलिया तो सिविल लाईन्स विधानसभा क्षेत्र में बनेगी। उन्होने बताया कि मजार डेम से लेकर सुशीलपुरा पुलिया तक 6 और सुशीलपुरा पुलिया से अंतिम छोर ढूंढ नदी तक 4 पुलिया बनाई जाएंगी।
हमारी सरकार ने किया पुनर्वास का काम
यही नहीं उन्होने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके समय द्रव्यवती नदी क्षेत्र से लोगों को जब हटाया तो उनका पुनर्वास तक नहीं किया। गरीब लोगों को खुले आसमान के नीचे रहने पर मजबूर कर दिया। भाजपा सरकार के आने के बाद जब हटाने की कार्यवाही हुई तो सबसे पहले प्रभावितों के पुनर्वास की योजना तैयार की और उनका बीएसयूपी प्रोजेक्ट के तहत बने फ्लैटों में पुनर्वास करके ही उन्हे हटाया गया।