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बाड़मेर में नवीन इंजीनियरिंग काॅलेज खोले जाने को एआईसीटीई से मिली अनुमति
जयपुर, 04 मई। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी और राज्य सरकारों के अथक प्रयासों से अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने बाड़मेर में नवीन राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है। गौरतलब है कि इस महाविद्यालय में पेट्रोलियम ब्रांच भी शुरू की जाएगी, जो कि देश की चुनींदा काॅलेजों में ही मिल पाती हैं।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि पेट्रोलियम ब्रांच आज के समय की मांग है और इस समय पेट्रोलियम ब्रांच आईआईटी धनबाद, आईआईटी बाॅम्बे, आईआईटी मद्रास, यूपीईएस देहरादून, पीडीपीयू (गांधीनगर), एलपीयू, जालंधर जैसे संस्थानों में चल रही है। राज्य सरकारों के प्रयासों से बाड़मेर में ओएनजीसी की सहायता से रिफाइनरी का काम प्रारंभ हो चुका है। ऐसे में बाड़मेर में पेट्रोलियम ब्रांच खोले जाने से न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा बल्कि युवाओं को दक्षता हासिल होगी।
उन्होंने बताया कि बाड़मेर अभियांत्रिकी महाविद्यालय के लिए जमीन का आवंटन कर दिया गया है और भवन निर्माण के लिए 26 करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिए गए हैं। इसमें 13 करोड़ रुपए राज्य सरकार के स्तर पर एवं 13 करोड़ रुपए केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत किए गए हैं। शीघ्र ही भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। अगले सत्र से अभियांत्रिकी महाविद्यालय शुरू करने के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी कर दी गई है। 

जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जन्मदिवस पर गुरुवार को गुलाबी नगरी जयपुर में विभिन्न स्थानों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया। वहीं,प्रदेश में आए तुफान के चलते लोगों की मौत के बाद स्वयं अशोक गहलोत ने जन्मदिन सादगी से मनाया। पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत के जन्मदिवस पर 482 यूनिट रक्त एकत्रित कालवाड़ रोड़ स्थित सांगा मैरिज गार्डन में गुरूवार को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत के जन्मदिन पर झोटवाड़ा युवा नेता एवं पीसीसी सदस्य मुकेश वर्मा(कुमावत) के तत्वावधान में साथी सेवा संस्थान की और से आयोजित रक्तदान शिविर में 482 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ।  शिविर में पूर्व सांसद महेश जोशी, अश्कअली टांक,बी एल खाबरी,एआईसीसी सदस्य एवं पीसीसी महासचिव वैभव गहलोत,पुखराज पाराशर,संजय बापना,पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल,पीसीसी उपाध्यक्ष व प्रवक्ता डॉ अर्चना शर्मा,हरीश चौधरी,मो.इक़बाल,देवेंद्र बुटाटी,विजय जांगिड़ व अन्य कांग्रेसजन ने शिरकत की। शिविर एसएमएस ब्लड बैंक,स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक और डॉ रामपाल ब्लड बैंक के सहयोग से लिया गया। शिविर में युवाओं एवं सहयोगियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। 350 युनिट रक्त हुआ एकत्रित प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग की तरफ से विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे 350 युनिट रक्त एकत्र किया गया। कांग्रेस ओबीसी विभाग के प्रदेश अध्यक्ष श्रवण तंवर ने बताया कि प्रदेश की भाजपा सरकार से आमजन परेशान और दुखी हो गया है। इस सरकार ने ना तो किसानों के हित के कभी सोचा और ना ही व्यापारियों के लिए। इस सरकार में मजदूर से लेकर व्यापारी तक सभी त्रस्त हैं और आज गहलोत के जन्मदिन पर उमड़े जनसैलाब को देखते हुए लगता है कि राजस्थान की जनता ने सरकार को बदलने का मन बना लिया है।  ओबीसी विभाग के प्रदेश संयोजक राजेंद्र सैन ने बताया कि जिस उत्साह से आज प्रदेश भर में लोगों ने रक्तदान में भाग लिया है वह इस बात का संकेत है कि भाजपा सरकार का जाना तय है। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री लालचंद कटारिया ,प्रदेश कांग्रेस महासचिव वैभव गहलोत ,हरिशंकर जांगिड़ ,अनुभव चंदेल ,हरदीप चहल,अमर चंद कुमावत ,नितेश सोनी,अंकित जांगिड़ ,चंद्र प्रकाश सैन ,धनराज कुमावत,लोकेश सैनी ,दिनेश कुमावत ,सुमंत सिंह जगावत ,दीपक सैनी,किसान कांग्रेस के प्रदेश सचिव डॉ मनोज नालपुरिया ,अनुसूचित जाति विभाग के शहर अध्यक्ष सुरेश गोड़ीवाल,महासचिव दशरथ बुनकर,उद्योग प्रकोष्ठ सचिव सुनील सेवक, विराट नगर ब्लॉक अध्यक्ष वीरेंद्र सेन ,शाहपुरा के वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामजीलाल सैन समेत अनेक कांग्रेस जन मौजूद थे।  

जयपुर, 28 अप्रेल। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने कहा है कि निजी स्कूलों में फीस वृद्धि में मनमानी को लेकर अभिभावक परेशान हैं, सड़कों पर उतर आये हैं, 20 से 50 प्रतिशत तक की फीस में वृद्धि ने सरकार की नाकामी को पूरी तरह उजागर कर दिया है। सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। अभिभावकों को मजबूर होकर उच्च न्यायालय की शरण में जाना पडा है। 
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि फीस नियंत्रण में राज्य सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। महंगाई सूचकांक के आधार पर विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए औचित्यपूर्ण फीस निर्धारित करनी चाहिये।  निजी स्कूलों की मनमानी के चलते अप्रत्याशित वृद्धि के खिलाफ राज्य सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिये। स्कूलों में अब भी कापी-किताबें, बस्ते, ड्रेस, जूते आदि स्कूल से या उनके द्वारा निर्धारित दुकानों से ही खरीदने पड़ते हैं, जिनकी कीमतें सामान्य दरों से कहीं ज्यादा होती है। 
गहलोत ने कहा सरकार या तो खुद किताबें छपवाये या अधिकतम मूल्य निर्धारित करे। बस्ते और ड्रेस आदि की दरें भी खुले बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक दरों के अनुसार तय की जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि फीस वृद्धि के विरोध में शिकायत करने वाले अभिभावकों की राज्य सरकार में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसा लगता है कि राज्य सरकार जानबूझकर उदासीन बनी हुई है और निजी स्कूलों को लूट की खुली छूट दे दी है, जबकि निजी स्कूलों द्वारा कानून का पालन कराना उनकी जिम्मेदारी है। 
कानून के अनुसार सरकार ने विद्यालय स्तरीय फीस निर्धारण समिति का गठन किया है, जिसमें अभिभावक व अध्यापक संगम मिलकर फीस का निर्धारण करते हैं। इसके निर्णय के विरूद्ध सम्भागीय आयुक्त को अपील करने का अधिकार भी दिया गया है। उसके पश्चात् राज्य सरकार को शिकायत करने का प्रावधान किया गया है। आश्चर्य इस बात का है कि खुद सरकार इस कानून को लागू नहीं करवा पा रही है। 

पैट्रोल-डीजल वृद्वि के विरोध में जनता में फूटा आक्रोश 
अनूठे तरीके से किया विरोध प्रदर्शन मानसरोवर में, कारों को रस्सीयों और ऊंट गाडी से बांधकर खिचा गया
जयपुर 27 अप्रेल। पैट्रोल-डीजल में हो रही बेताहाशा वृद्वि से पूरा प्रदेश और देश परेशान है। इसके विरोध में कांग्रेसजन एवं सामाजिक, व्यापारीक संगठनों की ओर से मानसरोवर स्थित किरण पथ चौराहे पर सुबह 11ः00 बजे अनूठा विरोध  प्रदर्शन किया गया। 
कार्यक्रम संयोजक एवं राजस्थान प्रदेष कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव पण्डित सुरेश मिश्रा ने बताया कि पैट्रोल-डीजल की बेताहाशा वृद्वि से आमजन जबरदस्त रूप से परेशान है और अपने आप को ठगासा महसूस कर रहे हैं। क्योंकि पैट्रोल डीजल के दामों के बढने से मंहगाई आसमान छू रही है। ऐसें में भाजपा सरकार जनता को आदम युग की तरफ ले जा रही है। लोगों को अपने वाहन चलाने में परेशानी हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुये आज का विरोध प्रदर्शन अनूठे ढंग से किया गया। जिसमें कांग्रेसजनों व कार्यकर्ताओं ने अपनी कारों को रस्सीयों से खीचां और सरकार का ध्यान आकर्षण करने हेतु (हमारी कार हो गई बेकार) जैसे स्लोगन हाथ में लेकर  प्रदर्शन किया। 
पण्डित सुरेश  मिश्रा ने बताया कि इस अवसर पर जयपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राज्य व केन्द्र सरकार जानबूझकर पैट्रोल डीजल के दामों में लगातार वृद्वि कर रही है। जबकि एक्साईज डयूटी व विभिन्न करों को कम करके जनता को मूल्य वृद्वि से राहत दिलाई जा सकती हैं । इस कदम से सरकार का जनविरोधी चेहरा जनता के सामने आ चुका है ओर जनता ने प्रदेश और केन्द्र सरकार को उखाड फेंकने का निश्च्य कर लिया है। रैली में सैंकडों की तादात में कांग्रेसजन एवं आमजन ने हिस्सा लिया और 51 गाडियों को रस्सीयों व उंट गाडियों से खिचकर मूल्यवृद्वि के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शित किया और शीघ्र अतिशीघ्र पैट्रोल डीजल की कीमतों को कम करने की मांग की हैं । 
इस रैली में पूर्व प्रत्याशी सांगानेर संजय बाफना, मानसरोवर ब्लाॅक अध्यक्ष सीताराम शर्मा, पार्षद मुकेश शर्मा, पार्षद कमल वाल्मिकी, पार्षद  धर्म सिंह सिघानियां, राज. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव महेश शर्मा, शहर उपाध्यक्ष हरेन्द्रपाल सिंह जादौन, बनीपार्क ब्लाॅक अध्यक्ष मनोज मुदगल, पूर्व पार्षद प्रत्याशी साहिल सरदाना, विक्रम स्वामी, महेश शर्मा, मनीष जैन, सांगानेर ब्लाॅक अध्यक्ष महिला लक्ष्मी शर्मा, मानसरोवर ब्लाॅक अध्यक्ष महिला बीना शर्मा, जय वशिष्ठ, अनिता शर्मा महिला कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री, दुर्गेश दुआ, सुप्रिया शर्मा सहित सैंकडों कांग्रेसजनों एवं आमजन ने  रस्सीयों से गाडियों को खींचा और अपना विरोध दर्ज कराया। 
मिश्रा ने बताया कि इसके पश्चात पैट्रोल डीजल वृद्वि के विरोध में खून से हस्ताक्षर अभियान भी प्रारम्भ किया जायेगा। जिसमें आमजन के हस्ताक्षर कराकर प्रधानमंत्री को भेजा जायेगा। जब तक पैट्रोल डीजल के दाम कम नहीं होगें तब तक यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

भाजपा सरकार में किसानों का सम्बल बढ़ा- गुलाबचन्द कटारिया
जयपुर। गृह मंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों को सबसे ज्यादा फायदा पहुँचाने का काम भाजपा सरकार ने किया। आजादी के बाद पहली बार 1990 में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैंरोसिंह शेखावत की सरकार ने किसानों का 10 हजार रूपये तक का कर्जा माफ किया। और उसके पश्चात् इस वर्ष वसुन्धरा राजे सरकार ने किसानों का 50 हजार रूपये तक का कर्जा माफ किया, जिससे पूरे प्रदेश में 28 लाख किसान लाभान्वित होंगे।
गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि आजादी के बाद काँग्रेस की सरकारों ने किसानों को मात्र धोखा दिया है, जबकि हमारी भाजपा सरकार ने किसानों के हितों में 7 हजार 347 करोड़ रूपये खर्च कर चुकी है और कर्जा माफी में राजस्थान, महाराष्ट्र के बाद दूसरे नम्बर पर है। नरेगा में भी कैटेगरी 4 के अन्तर्गत 3 लाख रूपये तक का व्यक्तिगत भुगतान राज्य सरकार ने ही दिया है। कृषि उत्पादन का देखें तो कई जिंसों में उत्पादन में वृद्धि एवं डेयरी उत्पादन में राजस्थान नम्बर 1 की श्रेणी में शामिल हो रहा है।
कटारिया ने कहा कि जल स्वावलम्बन अभियान योजना राजस्थान जैसे क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। राजस्थान में उदयपुर, कोटा एवं जोधपुर में पानी का लेवल 2 से 4 मीटर तक बढ़ गया है। दीनदयाल ज्योति योजना में सन् 2019 तक हर झोपड़ी, ढ़ाणी एवं पहाड़ की चोटी तक हम बिजली से जगमग कर देंगे। शौचालय निर्माण में भी राजस्थान की स्थिति देश में अन्य राज्यों से अव्वल दर्जे पर है।
गृह मंत्री कटारिया ने कहा कि राजस्थान का किसान हर संघर्ष में निखर कर आता है और सरकार किसानों को सम्बल प्रदान कर रही है। काँग्रेस मात्र बेबुनियाद आरोप लगाकर भाग जाती है, जबकि आजादी के बाद से अब तक काँग्रेस ने किसानों के लिए कोई कहने लायक काम नहीं किया।
गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि आज प्रदेश में किसान समृद्ध और राजस्थान विकसित होता जा रहा है। कर्ज माफी, सामाजिक एवं ऋण सुरक्षा योजना अवधि पार ऋणों पर छूट, दीर्घकालीन कृषि ऋण पर ब्याज दर में कमी, किसानों को ऊपज का वाजिब दाम, भण्डारण क्षमता में रिकाॅर्ड वृद्धि, समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद, ऋण राहत के लिए स्थायी समाधान जैसे कार्यक्रम भाजपा सरकार ने किसानों को समृद्ध करने की दिशा में कार्य किया है, जबकि काँग्रेस बेतुके आरोप लगाकर किसानों को भ्रमित कर रही है।

जयपुर, 20 अप्रेल। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में रोजाना दुष्कर्म की 10 से ज्यादा घटनाएं होना गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे कांग्रेस शासन के समय दहाड़ा करती थी कि जिस सरकार में बच्चियों के साथ दुष्कर्म हो उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। मुख्यमंत्री क्या अब अपनी खुद की सलाह पर अमल करेंगी? 
गहलोत ने एक बयान में कहा कि पुलिस मुख्यालय की तिमाही रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि इस वर्ष मार्च तक 90 दिन में सरकार की नाक के नीचे जयपुर रैंज में ही 183 महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई हैं। जहां तक प्रदेश का संबंध है इसी अवधि में 966 महिलाओं को निशाना बनाया गया। 
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पुलिस का इकबाल पूरी तरह खत्म हो चुका है। ये बात दीगर है कि गृहमंत्री  गुलाबचंद कटारिया अपने महकमे को लेकर बड़ी-बड़ी डींगें मारते हैं। जबकि हकीकत में उनकी कोई सुनता नहीं। महिला मुख्यमंत्री खुद संवेदनहीन बनी हुई हैं। महिला सशक्तिकरण करने की बातों में तो वो आगे हैं मगर हकीकत में आज महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। महिलाओं को घर से निकलने में डर लगने लगा है। बच्चियां तो आज के भाजपा शासन काल में घर में भी सुरक्षित दिखाई नहीं दे रही। 
गहलोत ने कहा कि सरकार ने 12 वर्ष तक की बच्चियों के साथ दुष्कर्म के आरोपियों को मौत की सजा देने का विधेयक सर्वसम्मति से पारित कर इतिश्री तो कर ली लेकिन प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। अपराधियों में पुलिस का भय खत्म हो चुका है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। पीड़ितों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लगता है मुख्यमंत्री प्रशासन पर अपनी पकड़ पूरी तरह खो चुकी हैं।

जयपुर। लंबे समय से प्रदेश की राज​नीति में चल रही अफवाहों पर आखिरकार विराम लग ही गया,जब बुधवार को स्वयं अशोक परनामी ने अपने इस्तीफे की पुष्ठि की। परनामी को केन्द्रीय कार्यसमिति का सदस्य भी बनाया गया है। दिसंबर में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा में यह बदलाव किया गया है। परनामी ने 16 अप्रैल को ही भेज दिया था इस्तीफा।  भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के पद से अशोक परनामी के इस्तीफे को पार्टी आलाकमान ने मंजूर कर लिया है। इसके साथ ही परनामी को राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बजाय अब राष्ट्रीय कार्यसमिति में शामिल किया गया है। परनामी अब अमित शाह की टीम में शामिल हो गए हैं, जिन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया है।

जयपुर। आम आदमी पार्टी ने कुमार विश्वास के स्थान पर अब राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दीपक वाजपेयी को राजस्थान का नया प्रदेश प्रभारी बनाया है। आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि इस साल के आख़िर में होने वाले राजस्थान में विधानसभा चुनाव पूरी ताक़त के साथ लड़ेगी। राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टी की सरकारों ने वहां की जनता को हर कदम पर धोख़ा दिया है। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के रुप में राजस्थान की जनता के सामने ईमानदार और बेहतर विकल्प रखा जाएगा, जिसकी तलाश में राजस्थान अब तक सदैव रहा है।
पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय पर हुई आम आदमी पार्टी की प्रेस कॉंफ्रेंस में बोलते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता, पीएसी मेम्बर और राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि ‘दो दिन पहले पार्टी की सर्वोच्च इकाई पीएसी की बैठक आयोजित हुई थी जिसमें यह फैसला हुआ है कि आम आदमी पार्टी आगामी नवम्बर-दिसम्बर में राजस्थान के विधानसभा चुनाव पूरी ताक़त के साथ लड़ेगी। पार्टी ने पिछले दिनों वरिष्ठ नेता एंव राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दीपक वाजपेयी को राजस्थान भेजा था, दीपक वाजपेयी ने वहां अलग-अलग ज़िलों और विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया है और वहां के राजनीतिक हालातों को समझा है। आम आदमी पार्टी की तरफ़ से पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दीपक वाजपेयी को पार्टी की राजस्थान प्रदेश की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी ने राजस्थान में उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया का काम भी शुरु कर दिया है, पार्टी ने ऐसी सीटों को भी चिह्नित कर लिया है जहां पार्टी का आधार काफ़ी मज़बूत है और वहां के लिए विशेष रणनीति तैयार की जा रही है।
आप राजस्थान के नेता पूनम चंद भंडारी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ‘राजस्थान की जनता कांग्रेस-बीजेपी की सरकारों से बेहद दुखी हो चुकी हैं और नए विकल्प की तलाश में है। वर्तमान की वसुंधरा राजे सरकार प्रदेश में सरकारी विभागों और संस्थाओं के निजीकरण का काम कर रही है और चुनिंदा उद्योगपतियों को फ़ायदा पहुंचाया जा रहा है।
अब आम आदमी पार्टी के रुप में राजस्थान की जनता को एक ईमानदार विकल्प मिलेगा, आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में किसानों से लेकर आम आदमी तक के लिए काम किया है, वो सारा काम हम राजस्थान की जनता के बीच लेकर जाएंगे और जनता को बताएंगे। बुधवार को दिल्ली स्थित केंद्रीय मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में राष्ट्रिय कोषाध्यक्ष एवं नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी दीपक वाजपेयी, राजस्थान सलाहकार समिति कोर्डिनेटर देवेन्द्र शास्त्री और सलाहकार समिति सदस्य एवं लीगल सेल प्रभारी अधिवक्ता पूनमचंद भंडारी भी मौजूद रहे।

कांग्रेस ने किया था आंदोलन
जयपुर। आगामी विधानसभा चुनाव और कांग्रेस के भारी आंदोलन के चलते राज्य सरकार ने पानी की बढ़ी हुई दरों में कटौती कर दी है। आपको बता दे की पिछले सप्ताह ही दरों के बढ़ने के साथ कांग्रेस ने आंदोलन शुरू किया और वार्ड स्तर पर प्रदर्शन भी किए। जिसके बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने पानी की बढ़ी हुई दरों में कमी करने के संकेत दिए थे। भाजप मुख्यालय मेें प्रेस ब्रीफिंग के दौरान चतुर्वेदी ने कहा कि रीपेमेंट की व्यवस्था नहीं होने के कारण जायका ने लोन देने से हाथ खड़े कर दिए, इस परसरकार ने तय किया कि प्रतिवर्ष कीमतें बढ़ाएंगे, लेकिन केवल 2017 में ही पानी की कीमतों में वृद्धि की। मुख्य सचिव रजत मिश्रा ने बुधवार को दरों में कटौती के आदेश जारी किए है। यह आदेश मुख्यमंत्री की सहमति के बाद जलदाय विभाग ने लिया।


एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर, संजय बारू द्वारा लिखित पुस्तक पर आधारित एक राजनीतिक नाटक जिसमें प्रमुख भूमिका में अनुपम खेर हैं की प्रमुख फोटोग्राफी की शुरूआत सोमवार को लंदन में हुई।
एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर, एक राजनीतिक नाटक है, जिसमें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में बताया जाएगा। इस फिल्म ने जारी किए गए पहले पोस्टर के बाद से ही राष्ट्र की कल्पना को अभिभूत कर लिया है, जिसमें अनुपम खेर दिखाई दे रहे हैं।
इस परियोजना पर बोलते हुए अनुपम खैर ने कहा, यह एक समकालीन व्यक्तित्व को चित्रित करने का अवसर है, जैसे डाॅ. मनमोहन सिंह के संदर्भ में द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर एक अभिनेता के रूप में मेरे लिए एक बड़ी चुनौती है। वह 24/ 7 मीडिया युग का एक हिस्सा है, जहां दुनिया अपने व्यक्तित्व को बारीकी से जानती है। मैं पिछले कुछ महीनों से इस चरित्र का आत्मावलोकन कर रहा हूं। मैं सिनेमाई वास्तविकता में उस प्रयास को ढालने के लिए उत्सुक हूं। 
रचनात्मक निर्माता के रूप हंसल मेहता के साथ निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे की यह पहली फिल्म है और अक्षय खन्ना को प्रधानमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू के रूप में शामिल किया गया है। स्क्रिप्ट मयंक तिवारी द्वारा लिखी गई है, जिन्होंने हाल ही में भारत के आधिकारिक आॅस्कर के प्रवेश के लिए एशियन फिल्म अवार्ड-न्यूटन जीता है। यह फिल्म बोहरा ब्रदर्स द्वारा  निर्मित है और इसकी 21 दिसम्बर 2018 को रिलीज होने की उम्मीद है।







दूसरी बार पानी की दरें बढ़ाकर जनता से किया धोखा-खाचरियावास
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि भाजपा सरकार ने लगातार दूसरी बार पानी की दरें बढ़ायें जाने के विरोध में शहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से 6 अप्रेल शुक्रवार को सुबह 11 बजे जयपुर के सभी 91 वार्डों में जलदाय विभाग के कार्यालयों पर मटका फोड़
प्रदर्शन किया जाएगा। खाचरियावास ने कहा कि पीने के पानी की दरें बढ़ाकर आम आदमी को बेवजह परेशान एवं आमजन की जेब काटने का काम भाजपा सरकार कर रही है। पीने का पानी महंगा करके आखिर राज्य की भाजपा सरकार क्या साबित करना चाहती है? पेट्रोल-डीजल के बाद पीने का पानी महंगा करने से यह साबित हो चुका है कि भाजपा सरकार को जनता से कोई सरोकार नहीं हैं। पहले ही महंगाई के बोझ तले दबा आमजन परेषान व दुखी है। अगर भाजपा सरकार में थोड़ी सी भी शर्म बाकी है तो भाजपा सरकार तुरन्त प्रभाव से पीने के पानी की बढ़ी हुई दरें वापिस लें।खाचरियावास ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के बाद पीने के पानी को भी इतना महंगा कर दिया है, इससे स्पष्ट है कि राज्य की भाजपा सरकार के नेताओं की आंख का पानी मर गया है। इसलिये लोगों का दर्द और परेषानी समझे बगैर राज्य सरकार ने गर्मी के मौसम में पीने का पानी इतना महंगा कर दिया है कि लोग पानी का बिल चुका ही नहीं पायेंगे। भाजपा सरकार में लगातार दूसरी बार पानी महंगा कर दिया गया है जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।

मोदी सरकार फिजुल खर्च कम करने के लिए एक साथ चुनाव करवाने के कर रही प्रयास
लेकिन राजस्थान में गांव की सरकार में 3 हजार सीटों पर उपचुनाव, करोडो का फिजुल खर्च  
जयपुर। मोदी सरकार चुनावी खर्च को कम करने के लिए लोक सभा और विधानसभा चुनाव को एक साथ करवाने के प्रयास कर रही थी, वही राजस्थान सरकार ने गांव की सरकार को स्मार्ट बनाने के लिए पंचायतीराज संस्थाओं मे चुने जाने वाले जनप्रतिनिधियो की शैक्षणिक योग्यता निर्धारित की गई थी। लेकिन राजस्थान सरकार का यह फैसला घाटे का सौदा रहा। राजस्थान में पंचायतीराज संस्थाओं में फर्जी मार्कशीट और फर्जी दस्तावेजो के जरिए हजारो सीटों पर चुनाव लडे। जिसके बाद राज्य सरकार को करोडो रूपए खर्च कर फिर से उपचुनाव करवाने पडे। राजस्थान में बीते तीन साल में गांव की सरकार चुनने के लिए 7 बार उपचुनाव हुए।
देश में राजस्थान ही पहला ऐसा पहला राज्य था जहां पर पंचायती राज संस्थाओं के लिए चुने जाने वाले जनप्रतिनिधियों की शैक्षणिक योग्यता निर्धारित की गई। सरकार ने वर्ष 2015 में हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में सभी स्तरों पर उम्मीदवारों के लिए अलग-अलग शैक्षणिक योग्यताएं निर्धारित की थी। लेकिन गांवों की सरकार के मुखियाओ का कुर्सी का मोह नहीं छूटने के कारण उन्होंने चुनाव लड़ने के दूसरे रास्ते अपना लिए। जनप्रतिनिधियों ने फर्जी मार्कशीट और टीसी तैयार कर चुनाव लड़ा। फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों से चुनाव लड़ कर जीतने वाले जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध शिकायतें प्राप्त होने पर सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई की और हजारों जनप्रतिनिधियों को कुर्सी गंवानी पड़ी। उन ग्राम पंचायतों में जहां पर जनप्रतिनिधियों ने फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर चुनाव लड़ कर चुनाव जीता। वहां पर शिकायत दर्ज होने के बाद जनप्रतिनिधि अपनी कुर्सी बचाने के लिए लगातार प्रयासरत रहे। इससे ग्राम पंचायतों का विकास भी प्रभावी तरीके  नहीं हो सका।  इससे स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि राजस्थान में पंचायती राज संस्थाओं में शैक्षणिक योग्यता लागू करने का सरकार की मंशा  घाटे का सौदा रहा। क्योंकि ग्राम पंचायतों में विकास कार्य नहीं हो पाए और कई जगहों पर समय से पहले ही लाखों रुपए खर्च करके उप चुनाव करवाने पड़े।
शैक्षणिक योग्यता लागू करने होने पर चुनाव संपन्न होने के बाद से लेकर जुलाई 2017 तक करीब ढाई वर्ष के अंतराल में 686 पंच सरपंच के विरुद्ध फर्जी दस्तावेजों के मामले विभागीय स्तर पर प्राप्त हुए है। इन मामलों में सरकार ने कार्रवाई कर उन्हें पद से हटाया है। आंकड़ों की बात की जाए तो फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज से चुनाव लड़ने के मामले में अलवर जिले के पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि अग्रणी रहे है।  अब तक एक जिला प्रमुख, 3 प्रधान,4 उप प्रधान, 19 जिला परिषद सदस्य , 128 पंचायत समिति सदस्य , 199 सरपंच ,176 उपसरपंच  तथा 2456 वार्ड पंचो की सीटों पर उपचुनाव हुए। यानि इन तीन सालों के भीतर राजस्थान में अब तक कुल 2986 सीटों पर उपचुनाव हुए। बार बार चुनाव होने से गांव की विकास की डोर थम गई और चुनावों में करोडों रूपए का फिजूल खर्च हुआ।

गांव की सरकार के लिए ये है योग्यता— 
सरकार ने जिला परिषद सदस्य एवं पंचायत समिति सदस्य चुने जाने के लिए दसवीं कक्षा उत्तीर्ण, ग्राम पंचायत स्तर पर सरपंच के लिए आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य किया था। जबकि वार्ड पंच के लिए शैक्षणिक योग्यता निर्धारित नहीं की गई। यानी जिला प्रमुख और प्रधान के लिए दसवीं कक्षा और सरपंचों के लिए आठवीं कक्षा पास होना जरूरी है।


अप्रैल 2015 से फरवरी 2018 के मध्य संपन्न कराए गए उपचुनावों की स्थिति
चुनाव अवधि       जिला परिषद सदस्य    प.स.सदस्य          सरपंच    उपसरपंच       पंच 
जुलाई 2015                2                                11                  13            48              863
जनवरी2016               1                                10                  12            20              271
अगस्त 2016              6                                24                  21           15              258
नवम्बर 2016             3                                24                  32           27              260
मार्च 2017                  1                                   8                  28           16              216
सितंबर 2017             2                                 24                  63           24              292
दिसम्बर 2017           4                                  27                  40          26               296


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इनका कहना है.
पहली बार पंचायतीराज में शै​क्षणिक योग्यता में संशोधन किया गया था। पढे लिखे लोगों को आने के लिए पहला प्रयोग गांव की सरकार में किया गया था। ग्राम पंचायतों में सरपंच समेत सभी पदों पर पढा लिखा ​व्यक्ति होना चाहिए। जिससे विकास में किसी भी तरह की बाधा ना हो।लेकिनजनप्रतिनिधियों की  फर्जी मार्कर्शीट की शिकायत आई है। जिनके खिलाफ पंचायतीराज लगातार कार्रवाई कर रही है और ये प्रक्रिया निरंतर जारी है।
राजेंद्र राठौड,ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री 

यदि गांव की सरकार का मुखिया चुनने से पहले ही दस्तावेजों की जांच ठीक तरह से होती तो उपचुनावों में करोडो रूपए का फिजुल खर्च नहीं होता। यदि किसी जनप्रतिनिधि ने फर्जी मार्कशीट के जरिए चुनाव लडा है तो धारा 38  (4 ) के तहत उसे निलंबन का प्रावधान है। यदि आरोप विरचित हो जाते है तो सदस्यता समाप्त होने का भी प्रावधान है।
संदीप कलवानिया,एडवोकेट,राजस्थान हाईकोर्ट 



नियम बनाने से पहले मैकेलिज्म डवलप करना पडता है। शै​क्षणिक योग्यता निर्धारित करने से पहले  दस्तावेजों को सरकार जांचती तो फर्जीवाडे के इतने सारे मामले सामने नहीं आते।
अर्चना शर्मा,कांग्रेस उपाध्यक्ष


जनार्दन द्विवेदी की जगह अशोक गहलोत को बनाया कांग्रेस का संगठन महासचिव, जनार्दन द्विवेदी ने खुद निकाले खुद को हटाने और गहलोत की नियुक्ति के आदेश, अशोक गहलोत की जगह राजीव सातव बने गुजरात कांग्रेस के प्रभारी, अशोक गहलोत ने ट्वीट करके राजीव सातव को बधाई दी, गहलोत ने कहा, संगठन मजबूत करने में हम सब लोगों की भागीदारी होगी, जयुपर. कांग्रेस अध्यक्ष राहुलगांधी ने बड़ा बदलाव करते हुए अशोक गहलोत को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी है, अशोक गहलोत को जनार्दन द्विवेदी की जगह कांगेस का संगठन महासचिव बनाया है। राजीव सातव को अशोक गहलोत की जगह गुजरात का प्रभारी बनाया है, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को उड़ीसा का प्रभारी बनाया है, महेंद्र जोशी की जगह लालजी देसाई को सेवादल का मुख्य संगठक बनाया है। अशोक गहलोत ने टृवीट करके राजीव सातव को बधाई दी और  गुजरात कांग्रेस नेताओं का  आभार जताया, गहलोत ने  गुजरात कांग्रेस के नेताओं से राजीव सातव का सहयोग करने और उनके साथ पार्टी को मजबूत करने के काम में जुटने की अपील की। नई जिम्मेदाी मिलने पर गहलोत ने कहा कि गहलोत ने कहा, संगठन मजबूत करने में हम सब लोगों की भागीदारी होगी।   
कांग्रेस में संगठन महासचिव बनने वाले गहलोत राजस्थान के पहले कांग्रेस नेता : 

 अशोक गहलोत को कांग्रेस का संगठन व प्रशिक्षण महासचिव बनाने के बाद कांग्रेस की केंद्रीय राजनीति में उनका कद बढ़ गया है। गहलोत अब कांग्रेस अध्यक्ष के लगातार संपर्क में रहेंगे। कांग्रेस में सभी अहम फैसले और नियुक्तियां अशोक गहलोत के दस्तखत से होंगी। कांग्रेस संगठन और प्रशिक्षण का जिम्मा गहलोत के पास रहेगा।  राजस्थान से कांग्रेस मेेंं इस पद पर पहुंचने वाले अशोक गहलोत पहले नेता हैं। अशोक गहलोत इस नियुक्ति् के साथ ही एआईसीसी के शीर्ष नेताओं में शामिल हो गए हैं। अशोक गहलोत की इस नियुक्ति के कांग्रेस में सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। राजनीतिक प्रेक्षकों के मुताबिक अब राजस्थान में सचिन पायलट के लिए फ्री हैंड का रास्ता भले खुल गया है, लेकिन गहलोत का दखल फिर भी रहेगा। 


जयपुर। द्रव्यवती नदी के सौन्दर्यकरण प्रोजेक्ट पर अब कांग्रेस और बीजेपी में राजनीति शुरू हो गई। प्रोजेक्ट स्थल के आस-पास बसी कॉलोनियों के कनेक्टिंग मार्ग टूटने और नये सिरे से नहीं बनवाने पर कांग्रेस शहर अध्यक्ष प्रताप सिंह ने जो काम बंद करने की चेतावनी दी, उस पर क्षेत्रिय विधायक अरूण चतुर्वेदी ने पलटवार किया है। चतुर्वेदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनका काम अब झूठ के सराहे अपनी राजनीति के लिए जमीन तलाशने का काम रह गया है। 
शुक्रवार को प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए चतुर्वेदी ने बताया कि खाचरियावास जिन मार्गो या पुलिया के टूटने और उन्हे ठीक नहीं करवाने का आरोप लगा रहे, उन्हे ठीक करने की स्वीकृति तो 8 दिन पहले ही जेडीए ने जारी कर दी। जेडीए ने करीब 20 करोड़ रुपए की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति 23 मार्च को जारी की है, जिससे द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट पर 10 स्थानों पर कल्वर्ट पुलिया या मार्ग बनाए जाएंगे। उन्होने बताया कि इनमें से 9 पुलिया तो सिविल लाईन्स विधानसभा क्षेत्र में बनेगी। उन्होने बताया कि मजार डेम से लेकर सुशीलपुरा पुलिया तक 6 और सुशीलपुरा पुलिया से अंतिम छोर ढूंढ नदी तक 4 पुलिया बनाई जाएंगी।
हमारी सरकार ने किया पुनर्वास का काम
यही नहीं उन्होने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके समय द्रव्यवती नदी क्षेत्र से लोगों को जब हटाया तो उनका पुनर्वास तक नहीं किया। गरीब लोगों को खुले आसमान के नीचे रहने पर मजबूर कर दिया। भाजपा सरकार के आने के बाद जब हटाने की कार्यवाही हुई तो सबसे पहले प्रभावितों के पुनर्वास की योजना तैयार की और उनका बीएसयूपी प्रोजेक्ट के तहत बने फ्लैटों में पुनर्वास करके ही उन्हे हटाया गया।

जयपुर, 29 मार्च। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राजस्थान दिवस समारोह के नाम पर जिस रूप में धन का दुरूपयोग किया जा
रहा है वैसा प्रदेश में किसी मुख्यमंत्री ने कभी नहीं किया। राजस्थान दिवस समारोह में राजस्थान की जनता का कोई इन्वॉल्वमेंट न होना अपने आप में शर्मनाक है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा राजस्थान दिवस समारोह को लेकर पर्यटन विभाग को जिस प्रकार के निर्देश दिए गए हैं उससे बचा जा सकता था। गहलोत ने कहा कि राजस्थान दिवस समारोह के नाम पर पैसे की बर्बादी और तमाशा करने का काम किया जा रहा है। यह मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के व्यवहार में आ गया है कि उन्हें आयोजनों के नाम पर आडंबर पसंद हैं, जिसकी झलक हम रिसर्जेंट राजस्थान, जो कि पूरी तरह फेल हुआ, के समय भी देख चुके हैं।

जयपुर, 28 मार्च। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे और उनकी पूरी सरकार नाकारा एवं निकम्मी साबित हो चुकी है। अब कोई भी नया चेहरा लेकर आयें, तब भी कोई फर्क नहीं पडने वाला है। जनता मानस बना चुकी है, लोगों में भयंकर आक्रोश है। 
पूर्व मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोगों की शिकायत है कि 163 सीटें देने के बाद भी उनका कसूर क्या है? इसके बावजूद मुख्यमंत्री
का जो व्यवहार रहा वो कष्टदायक है। राज्य की भाजपा सरकार पूरी तरह एक्सपोज हो चुकी है।
एक प्रश्न के जवाब में गहलोत ने कहा कि वसुन्धराजी चाहे यात्रा निकालें, किसी भी प्रकार से प्रयास करें, जनता गुमराह होने वाली नहीं है। पिछली यात्रा में भी उन्होंने 15 लाख नौकरियां देने, महिलाओं को संरक्षण, महंगाई को कम करने, किसानों का ध्यान रखने जैसे तमाम वायदे किये थे, जो अभी तक पूरे नहीं हुए। उस वक्त मोदीजी का चेहरा था इसलिए वो कामयाब हो गयी, अब जनता उनकी असलियत समझ चुकी है। चार साल में इन्होंने प्रदेश को बर्बाद कर दिया है। काम करना तो दूर, चार साल में लोगों से मिलना तक उचित नहीं समझा। अगर मिल भी लेते तो जनता का आधा दर्द कम हो जाता। अब किस मुंह से, किस नाम से यात्रा निकालेंगे, ये देखने वाली बात है। 
गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच घमण्ड की है। अभी तीन उप चुनाव में भारी वोटों से हारने के बाद भी उनका अहम् अभी तक गया नहीं है और जनता में जब तक उनका ऐसा व्यवहार रहेगा, उतना ही आक्रोश बढता जायेगा। मंत्रियों और विधायकों से कहा गया है कि अपने क्षेत्र में दौरे करो लेकिन वो ऐसा करने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि उन्हें मिलने वाले प्रार्थना पत्रों पर कोई कार्यवाही नहीं होती। उन्होंने कहा कि स्वयं मुख्यमंत्री बीकानेर, भरतपुर, उदयपुर में 15-15 दिन के दौरे पर मंत्रिमण्डल के साथ रही। उस दौरान उन्हें मिले ज्ञापनों पर अब तक क्या कार्यवाही हुई, किसी को पता नहीं। अब वे फिर दौरे पर जा रही हैं, अब जनता का मूड क्या है, उनको पता लग जायेगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री गुलाबचन्द कटारिया तथा बिजली मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह को कोटा और जालौर में कार्यकर्ताओं के गुस्से के कारण मीटिंग छोडकर भागना पडा। 
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आते ही पूर्ववर्ती कांग्रेस द्वारा विभिन्न समाजों को आवंटित की गयी जमीनों को निरस्त कर दिया। अब चुनावों की निकटता को देखते हुए उन्हीं समाजों को वही जमीन फिर से आवंटित कर मुख्यमंत्री क्या संदेश देना चाहती हैं? यह सब समझते हैं। रिफाइनरी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अब रिफाइनरी के लिये 26 प्रतिशत भागीदारी ही क्यों? चार साल पहले यही आरोप लगा था, अब वो ही रिफाइनरी पुनः 26 प्रतिशत की भागीदारी पर लगाई जाने की घोषणा की गई है। इसके शिलान्यास के लिये प्रधानमंत्री को बुलाया गया, हमने विरोध किया तो नाम बदल दिया। प्रधानमंत्री का कोई प्रोग्राम बन जाये, कार्ड छप जाये और फिर कहना पडे कि वे शिलान्यास के लिये नहीं, कार्य शुभारम्भ के लिये आ रहे हैं, समझा जा सकता है कि इससे सरकार की कितनी दुर्गति हुई है, ऐसा देश में पहली बार हुआ है। 
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के युवाओं और अनुभवी नेताओं के तालमेल के उनके संदेश को सुनते ही कांग्रेस का समझदार और प्रतिबद्ध कार्यकर्ता एकजुटता के साथ कार्य करने में जुट गया है। वह समझता है कि वरिष्ठों का अनुभव एवं युवा पीढी की एनर्जी को मिला कर काम करना है। 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीतियां, कार्यक्रम और सिद्धान्त बहुत शानदार हैं। कांग्रेस का त्याग और बलिदान का इतिहास है। आजादी के पहले और आजादी के बाद भी कांग्रेस का अपना शानदार इतिहास रहा है। इंदिरा जी, राजीव जी देश की एकता और अखण्डता के लिये शहीद हो गये। बीजेपी ने आजादी के लिये अपनी एक अंगुली भी नहीं कटाई और देश के लिये बडी-बडी बातें करते हैं और कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया? 
लोकतंत्र में धरने और प्रदर्शन का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में धरने एवं प्रदर्शन अपनी भावनाओं को प्रकट करने का माध्यम है, उन्हें बल के आधार पर दबाना किसी भी रूप में उचित नहीं है। मुख्यमंत्रीजी चाहे झुन्झुनू में नारे लगाने वाले हों, सीकर में महिलायें रास्ता रोकें, आम जनता या कोई वर्ग टीचर, डाक्टर, इन्जीनियर या फिर कर्मचारी हो, वे बीजेपी के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे तो क्या उन पर लाठीचार्ज करवाओगे? बीजेपी सरकार के आने के बाद अब तक 15 बार लाठीचार्ज हो चुका है। 
गहलोत ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पालयट एवं प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी विधानसभा के अन्दर और बाहर सजग और सक्रिय हैं। संगठनात्मक ढांचा और कमेटियां बनाने का काम चल रहा है। अगर भाजपा भ्रम में है तो वो भ्रम बना रहे, हमें वो सूट करता है।  प्रेस विज्ञप्ति 

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने पायलट से मतभेद से किया इनकार, पांडे ने कहा, पार्टी केे सभी नेता समझदार, मतभेद हो सकते हैं लेकन मनभेद नहीं, कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ेगी सभी राज्यों में चुनाव जयपुर।कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट से अनबन या मतभेद होने से साफ इनकार किया है। अविनाश पांडे ने पीसीसी में मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरे और प्रदेशाध्यक्ष के बीच कोई मतभेद
नहीं है, पता नहीं यह बात कहां से आ गई, मतभेद की सब बातेें निराधार हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों  एआईसीसी की सूची को लेकर कांग्रेस में अविनाश पांडे और सचिन पायलट के बीच मतभेद की चर्चाएं  थीं लेकिन पांडे ने इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर पांडे ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के सभी नेता समझदार हैं, मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद नहीं है, सभी एकजुट होकर पार्टी को अगला चुनाव जितवाने के काम में लगे हैं। विधानसभा चुनावों में चेहरा घोषित करने के सवाल पर पांडे ने कहा कि राजस्थान सहित सभी राज्यों में कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। 

बाड़मेर। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के निर्देशानुसार जयपुर सांसद रामचरण बोहरा तीन दिवसीय बाड़मेर दौरे पर जिला मीडिया प्रमुख भेराराम देवासी ने बताया कि सांसद बोहरा तीन दिवसीय दौरे के दौरान बाड़मेर जिले की विभिन्न विधानसभाओं के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की विस्तृत बैठक लेंगे। जिला अध्यक्ष डॉ जालम सिंह रावलोत ने बताया कि सांसद प्रवास कार्यक्रम के संयोजक जिला मंत्री महावीर सिंह चुली एवं सहसंयोजक
जिला कार्यालय प्रभारी महेश सोनी होंगे। सांसद रामचरण बोहरा 28 मार्च को दोपहर 3 बजे बालोतरा विधानसभा की बैठक लेंगे उसके पश्चात 5 बजे गुडामालानी विधानसभा में कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों की बैठक लेंगे रात्रि विश्राम सिवाना में होगा उसके पश्चात 29 मार्च को सुबह 10 बजे सिवाना में कार्यकर्ताओं की बैठक दोपहर 2 बजे शिव विधानसभा की बैठक जसदेर तालाब बाड़मेर में लेंगे। शाम को 5:00 बजे चौहटन विधानसभा की बैठक लेगे। तत्पश्चात वांकल धाम विरातरा पहुंच कर पूजा अर्चना करेंगे एवं रात्रि  विश्राम विरातरा में ही करेंगे । 30 मार्च को सुबह 10:00 बजे बाड़मेर विधानसभा के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों की बैठक लेंगे दोपहर 12:00 बजे जिला बैठक जिसमें पूर्व और वर्तमान जिलाध्यक्ष, जनप्रतिनिधि, सांसद, यूआईटी चैयर पर्सन, जिला एवं प्रदेश पदाधिकारी, प्रधान, नगर परिषद के प्रतिपक्ष नेता, मंडल प्रभारी भाग लेंगे दोपहर 2:00 बजे प्रेस कांफ्रेंस कैलाश इंटरनेशनल होटल में आयोजित की जाएगी ! इसके पश्चात 3:30 बायतु विधानसभा कार्यकर्ताओं की बैठक बायतु में लेंगे।
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